Bond of Vibhuti Gakkhar
with Late Smt. Neelam Gakkhar
This is some memories shared by Vibhuti Gakkhar and a Tribute to Smt. Neelam Gakkhar
Tribute to Smt. Neelam Gakkhar by Vibhuti Gakkhar
Baatein - Dil se
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This is a Poem Read by Vibhuti Gakkhar on Tehrwi of Late Smt. Neelam Gakkhar
मै यहाँ आप सबको आज अपनी दादी जी के बारे में कुछ बाते बताना चाहती थी, मैं उनको दादी जी नहीं मम्मी जी केह कर बुलाती थी | मम्मी जी मुझे बहुत प्यार से पढ़ाया करती थी | अगर मुझे पढ़ाई में कुछ समझ नहीं आता था तो वो बिना डाटे दोबारा पढ़ा देती थी | मम्मी जी और मैं लूडो बहुत शौक से खेला करते थे, जब मैं छोटी थी तो वह जीत जाती थी ,पर धीरे-धीरे उन्होंने मुझे भी जितना सिखाया | हर मंगलवार मैं उनके साथ मंदिर जाया करती थी | तब वह मुझे हर भगवान के बारे में समझती थी | मुझे मोबाइल देखना बहुत पसंद है, मुझे अपना मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए दे दिया करती | जब मेरी मम्मी मुझे डाटा करती थी तो वह मुझे बचाया करती थी | इस बार लोहड़ी फंक्शन में मैंने उनको डांस की प्रैक्टिस भी करवाई थी | हम दोनों लगभग रोज एक जैसे रंग के कपड़े पहना करते थे, वो यह कहकर बहुत खुश होती थी की जब उनका और मेरा कद एक बराबर हो जाएगा तब हम एक दूसरे के कपड़े बदल बदल कर पहनेगे | उन्होंने मुझे छोटी-छोटी रोटियां भी बनाना सिखाया था, मेरे दादाजी ने मुझे बताया जो लोग ज्यादा अच्छे होते हैं उन्हें भगवान जी उन्हें जल्दी अपने पास बुला लेते हैं, मेरी भगवान से प्रार्थना है कि मेरी दादी जी जहां रहे खुश रहे | मैं अपनी दादी से बहुत प्यार करती हूं और वो सदैव मेरे दिल में रहेंगी, मेरी आप सब से विनती है कि आप मेरी दादी जी के लिए प्रार्थना करें ओम शांति ||
Memories- Vibhuti Gakkhar with Smt. Neelam Gakkhar
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